Pahalgam terror attack: पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने पाकिस्तान सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर पर गहरी नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि आसिम मुनीर तब तक उनके दर्द को नहीं समझ सकते, जब तक उनके अपने बेटे या बेटी को नुकसान न पहुंचे.
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की जान चली गई. विनय ने 16 अप्रैल को ही शादी की थी और अपनी पत्नी के साथ हनीमून के लिए पहलगाम गए थे. एक आतंकवादी ने नजदीक से विनय पर गोली चलाई, जिसके चलते उनकी जान चली गई.
परिवार का असहनीय दुख
राजेश नरवाल ने एनडीटीवी को दिए साक्षात्कार में बताया कि उनका पूरा परिवार इस हादसे से टूट चुका है. राजेश ने कहा कि मैं अपने परिवार के सामने रो भी नहीं सकता. मेरी पत्नी, मेरे माता-पिता, सभी बिखर गए हैं. मुझे मजबूत दिखना पड़ता है ताकि परिवार को सहारा मिले. नींद नहीं आती, मन पूरी तरह अंधेरे में डूबा है. हम दिन-रात विनय को याद करते हैं.
द रेसिस्टेंस फ्रंट पर अमेरिका की कार्रवाई
राजेश ने बताया कि मनोचिकित्सक दवाइयां तो दे रहे हैं, लेकिन इस दर्द का कोई इलाज नहीं. उन्होंने कहा कि विनय हर पल मेरे दिमाग में रहता है. सुबह उठते ही उसका चेहरा सामने आता है. विनय नरवाल को 23 अप्रैल को हरियाणा के करनाल में पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. भारतीय नौसेना में चयनित होने के बाद दो साल में ही विनय लेफ्टिनेंट के पद तक पहुंचे थे. इस हमले के बाद अमेरिका ने द रेसिस्टेंस फ्रंट को वैश्विक आतंकी संगठन घोषित किया है.