Puri Rath Yatra stampede: ओडिशा के पुरी में चल रही जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान एक भयावह भगदड़ ने तीन लोगों की जान ले ली और 50 से अधिक श्रद्धालुओं को घायल कर दिया. यह हादसा श्री गुंडिचा मंदिर के पास हुआ, जहां हजारों श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के दर्शन के लिए एकत्र हुए थे. इस त्रासदी के बाद राज्य सरकार ने तत्काल जांच के आदेश दिए हैं और जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया है.
प्रशासनिक कार्रवाई जारी
हादसा सुबह 4 बजे के आसपास हुआ, जब श्रद्धालु रथों पर स्थापित देवताओं के दर्शन की प्रतीक्षा कर रहे थे. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, चारमाला लकड़ी से लदे दो ट्रकों के सारधाबली क्षेत्र में प्रवेश करने से भीड़ में अफरा-तफरी मच गई. वीआईपी प्रवेश के लिए बनाए गए नए रास्ते और सामान्य लोगों को दूर से निकास करने के निर्देश ने स्थिति को और बिगाड़ दिया.
CM मोहन चरण माझी ने इस हादसे के लिए माफी मांगी और मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की. पुरी के डीसीपी विष्णु चरण पति और कमांडेंट अजय पाधी को निलंबित कर दिया गया, जबकि कलेक्टर सिद्धार्थ एस स्वैन और एसपी बिनीत अग्रवाल का तबादला कर दिया गया.
स्थानीय लोगों ने दी जानकारी
मुख्यमंत्री माझी ने आपात बैठक बुलाकर स्थिति का जायजा लिया और दोहराया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे. विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इसे गंभीर चेतावनी बताते हुए बेहतर भीड़ प्रबंधन की मांग की. बीजद प्रमुख नवीन पटनायक ने इसे प्रशासन की घोर विफलता करार दिया.
पुरी के गजपति महाराज दिव्यसिंह देब ने भी शोक व्यक्त करते हुए त्वरित जांच की मांग की. यह हादसा धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन की महत्ता को रेखांकित करता है. प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है, और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने का वादा किया है.