कैंची धाम में उमड़ा आस्था का सैलाब, नीम करोली बाबा मंदिर में भक्तों की भारी भीड़

उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित कैंची धाम, नीम करोली बाबा महाराज के पवित्र मंदिर में 15 जून 2025 को भक्तों का अभूतपूर्व जनसैलाब देखा गया. यह तीर्थस्थल, जो हिमालय की गोद में बसा है, हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है.

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Neem Karoli Baba: उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित कैंची धाम, नीम करोली बाबा महाराज के पवित्र मंदिर में 15 जून 2025 को भक्तों का अभूतपूर्व जनसैलाब देखा गया. यह तीर्थस्थल, जो हिमालय की गोद में बसा है, हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है.

इस बार 61वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित भंडारे ने देश-विदेश से आए भक्तों की भीड़ को और बढ़ा दिया. सुबह 4:45 बजे बाबा को भोग लगाने के साथ मालपुए के प्रसाद वितरण ने उत्साह को चरम पर पहुंचाया.

प्रशासन की मुस्तैदी

कैंची धाम में भक्तों की भारी संख्या को देखते हुए नैनीताल जिला प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए. 600 से अधिक शटल सेवाएं और 14 पार्किंग स्थल बनाए गए. कुमाऊं मंडल के डीआईजी योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि 1200 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया. हल्द्वानी से पहाड़ और पहाड़ से मैदानी क्षेत्रों के लिए वैकल्पिक मार्गों जैसे रामगढ़ और भीमताल का उपयोग किया गया.

नीम करोली बाबा की महिमा

बाबा नीम करोली, जिन्हें भगवान हनुमान का अवतार माना जाता है, के चमत्कारों की कहानियां भक्तों की आस्था को और गहरा करती हैं. 1964 में स्थापित इस आश्रम में हनुमान मंदिर के साथ अन्य देवी-देवताओं के मंदिर भी हैं.

भक्तों का मानना है कि बाबा की कृपा से उनकी हर मनोकामना पूरी होती है. स्टीव जॉब्स, मार्क जुकरबर्ग और जूलिया रॉबर्ट्स जैसी हस्तियों ने भी इस धाम में दर्शन किए हैं.

पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था

कैंची धाम ने नैनीताल के धार्मिक पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है. बढ़ती भीड़ से स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़े हैं, हालांकि यातायात प्रबंधन एक चुनौती बना हुआ है. यह धाम कुमाऊं क्षेत्र में पांचवें धाम के रूप में उभर रहा है.