Rafael's threat: भारत के ऑपरेशन सिंदूर में राफेल फाइटर जेट ने पाकिस्तान में अपनी ताकत का लोहा मनवाया. इस ऑपरेशन ने राफेल की मारक क्षमता को वैश्विक मंच पर स्थापित किया, जिसके बाद अब पुर्तगाल भी इस अत्याधुनिक जेट को अपनी वायुसेना में शामिल करने की तैयारी में है.
फ्रांस की डसॉल्ट एविएशन के सीईओ ने फ्रेंच सीनेट को बताया कि पुर्तगाल के साथ राफेल मल्टीरोल फाइटर जेट की डील को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया चल रही है. यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब वैश्विक स्तर पर फाइटर जेट मार्केट में प्रतिस्पर्धा चरम पर है.
पुर्तगाल की रक्षा रणनीति में बदलाव
1994 में 20 F-16 और 1999 में डेनमार्क से 25 प्रयुक्त F-16 खरीदे गए. यह कदम पुर्तगाल की रक्षा रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत देता है.
राफेल की क्या है विशेषताएं
राफेल डबल इंजन वाला मल्टीरोल फाइटर जेट है, जिसका कॉम्बैट रेडियस 3700 किमी है. यह मीटियोर, स्कैल्प और हैमर मिसाइलों से लैस हो सकता है. इसकी रफ्तार 300 मीटर प्रति सेकंड है, जो इसे एक मिनट में 18 किमी की ऊंचाई तक ले जाती है.
यह जेट 10 घंटे तक उड़ान भर सकता है और हवा में ही ईंधन भरने की क्षमता रखता है. इसका रडार सिस्टम 100 किमी के दायरे में 40 टारगेट्स को एक साथ ट्रैक कर सकता है. राफेल की उन्नत तकनीक और युद्धक्षमता ने इसे वैश्विक रक्षा बाजार में शीर्ष स्थान दिलाया है. पुर्तगाल का यह कदम राफेल की बढ़ती लोकप्रियता का प्रमाण है.