'स्टेडियम की लाइटों और बांधों पर...', पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का नया दावा, हैरान करने वाला बयान 

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने हाल ही में एक सनसनीखेज बयान दिया है जिसमें उन्होंने दावा किया है कि उनके स्वदेशी तकनीक और साइबर योद्धाओं ने भारत में आईपीएल मैचों के दौरान स्टेडियम की फ्लडलाइट और भारतीय बांधों के गेट हैक किए हैं.

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Pakistan Defence Minister: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने हाल ही में एक सनसनीखेज बयान दिया है जिसमें उन्होंने दावा किया है कि उनके स्वदेशी तकनीक और साइबर योद्धाओं ने भारत में आईपीएल मैचों के दौरान स्टेडियम की फ्लडलाइट और भारतीय बांधों के गेट हैक किए हैं. इस बयान ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है, जहाँ इसे हास्यास्पद और अतिशयोक्तिपूर्ण बताया जा रहा है. आइए इस दावे की सच्चाई और इसके पीछे की मंशा को समझते हैं.

पाकिस्तानी रक्षा मंत्री का दावा

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री, जिन्हें उनके विवादित बयानों के लिए जाना जाता है, ने एक ट्वीट में कहा, "कोई नहीं जानता कि हमारी स्वदेशी तकनीक और साइबर योद्धाओं ने आईपीएल के दौरान स्टेडियम की फ्लडलाइट्स और भारतीय बांधों के गेट्स को हैक किया."

इस बयान के साथ हंसने और रोने वाले इमोजी जोड़े गए, जिससे यह और भी हास्यप्रद लग रहा है. हालांकि, इस दावे का कोई ठोस सबूत नहीं दिया गया, जिसके कारण इसे अधिकांश लोग मजाक के रूप में देख रहे हैं.

भारत ने दिया जवाब 

भारतीय साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि भारत की साइबर सुरक्षा प्रणाली अत्यंत मजबूत है. आईपीएल जैसे बड़े आयोजनों और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों की सुरक्षा के लिए कई स्तरों पर निगरानी की जाती है. एक वरिष्ठ साइबर सुरक्षा अधिकारी ने कहा, "ऐसे दावे केवल प्रचार के लिए किए जाते हैं. हमारी तकनीक और सुरक्षा तंत्र किसी भी बाहरी हस्तक्षेप को रोकने में सक्षम हैं."

सोशल मीडिया पर हलचल

सोशल मीडिया पर इस बयान को लेकर हंसी-मजाक का दौर चल रहा है. कई यूजर्स ने इसे "जोकर" जैसे शब्दों से संबोधित किया. एक यूजर ने लिखा कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री को स्क्रिप्ट राइटर बन जाना चाहिए, उनकी कहानियां हॉलीवुड को टक्कर दे सकती हैं.

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का यह दावा न केवल आधारहीन है, बल्कि यह उनके देश की साइबर क्षमता को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने की कोशिश भी प्रतीत होता है. भारत की मजबूत साइबर सुरक्षा और तकनीकी क्षमता के सामने ऐसे दावे केवल हास्य का विषय बनकर रह गए हैं.