Louvre Museum theft: पेरिस के मशहूर लूव्र म्यूजियम (Louvre Museum) में रविवार सुबह एक बड़ी चोरी की वारदात ने पूरे फ्रांस को हिला दिया. यह वही म्यूजियम है जहां दुनिया की सबसे प्रसिद्ध पेंटिंग मोनालिसा रखी गई है. जानकारी के अनुसार, चोरों ने महज 7 मिनट में 8 कीमती शाही गहने चुरा लिए. चोरी की खबर मिलते ही म्यूजियम को तत्काल बंद कर दिया गया और सुरक्षा एजेंसियों को जांच में लगा दिया गया.
पेरिस के प्रसिद्ध लूवर संग्रहालय में रविवार सुबह एक बड़ी चोरी ने पूरे फ्रांस को हिलाकर रख दिया। यह वही संग्रहालय है जहाँ दुनिया की सबसे प्रसिद्ध पेंटिंग, मोनालिसा, रखी गई है। खबरों के मुताबिक, चोरों ने महज सात मिनट में आठ कीमती शाही रत्न चुरा लिए। चोरी की खबर मिलते ही संग्रहालय को तुरंत बंद कर दिया गया और सुरक्षा एजेंसियों को जाँच के लिए तैनात कर दिया गया।
चोरी कैसे हुई?
फ्रांस के गृह मंत्री लॉरेंट नुनेज (Laurent Nunez) ने बताया कि यह सेंधमारी रविवार सुबह करीब 9:30 बजे हुई. शुरुआती जांच में सामने आया है कि कुछ अज्ञात चोर स्कूटर पर सवार होकर आए थे. उन्होंने सीन नदी के किनारे स्थित एक निर्माण स्थल (construction site) के रास्ते म्यूजियम में प्रवेश किया.
चोरों ने एक मालवाहक लिफ्ट (freight lift) का इस्तेमाल करते हुए सीधे अपोलो गैलरी (Apollo Gallery) पहुंचकर वारदात को अंजाम दिया, जहां फ्रांस के शाही खजाने रखे हुए हैं.
किन गहनों पर पड़ा चोरों का हाथ?
फ्रांस के संस्कृति मंत्रालय के अनुसार, चोरी में कुल 8 शाही गहने गायब हुए हैं, जिनमें शामिल हैं:
सम्राज्ञी यूजिनी का ब्रौच
हालांकि, राहत की बात यह रही कि सम्राज्ञी यूजिनी का ताज म्यूजियम के बाहर बरामद कर लिया गया. माना जा रहा है कि चोरों ने भागने के दौरान यह ताज छोड़ दिया. यह ताज सोने, पन्ना और हीरे से बना हुआ है, जिसकी कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है. यह पहली बार नहीं है जब लूव्र म्यूजियम में चोरी हुई हो. साल 1911 में यहां से मोनालिसा की पेंटिंग चोरी हो गई थी.
चोर विन्सेंजो पेरुगिया ने पेंटिंग को कोट के नीचे छिपाकर बाहर निकाल लिया था. यह पेंटिंग दो साल बाद इटली के फ्लोरेंस में बरामद हुई थी. इसके अलावा 1983 में भी म्यूजियम से दो कीमती कवच (Armours) चोरी हुए थे, जिन्हें लगभग 40 साल बाद बरामद किया गया.
विश्व धरोहर पर खतरा
लूव्र म्यूजियम दुनिया के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है, जहां रोजाना करीब 30,000 लोग आते हैं. यहां 33,000 से अधिक ऐतिहासिक वस्तुएं, मूर्तियां और पेंटिंग्स रखी गई हैं. इनका संग्रह मेसोपोटामिया, मिस्र और नेपोलियन युग की विरासत को दर्शाता है.
फ्रांस की संस्कृति मंत्री राशिदा दाती ने बताया कि घटना में कोई घायल नहीं हुआ है और पुलिस पूरी सतर्कता से जांच कर रही है. चोरी के पीछे किसी संगठित गिरोह का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है.