खालसा साजना दिवस के अवसर पर 596 तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान स्थित गुरुधामों के दर्शन की अनुमति न देना दुर्भाग्यपूर्ण कार्य - सचिव

शिरोमणि कमेटी के सचिव प्रताप सिंह ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी खालसा साजना दिवस (वैसाखी) के मौके पर सिख श्रद्धालुओं का जत्था पाकिस्तान भेजा जाना है। जत्था 13 अप्रैल को जयकारों के बीच शिरोमणि कमेटी कार्यालय से रवाना होगा जो गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब हसन अब्दाल में कार्यक्रमों में भाग लेने और पाकिस्तान में विभिन्न गुरुधामों का दौरा करने के बाद 22 अप्रैल को देश लौट आएगा।

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खालसा साजना दिवस (वैसाखी) के अवसर पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से पाकिस्तान स्थित गुरुधामों के दर्शन के लिए भेजे गए जत्थे में 929 श्रद्धालुओं को वीजे मिला है। यह जत्था 13 अप्रैल को शिरोमणि कमेटी कार्यालय से निकलेगा। शिरोमणि कमेटी ने 1525 तीर्थयात्रियों के पासपोर्ट दिल्ली स्थित पाकिस्तान दूतावास को भेजे थे जिनमें से दूतावास ने 596 तीर्थयात्रियों को वीजे जारी नहीं किए। इस संबंध में जानकारी देते हुए शिरोमणि कमेटी के सचिव प्रताप सिंह ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी खालसा साजना दिवस (वैसाखी) के मौके पर सिख श्रद्धालुओं का जत्था पाकिस्तान भेजा जाना है। जत्था 13 अप्रैल को जयकारों के बीच शिरोमणि कमेटी कार्यालय से रवाना होगा जो गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब हसन अब्दाल में कार्यक्रमों में भाग लेने और पाकिस्तान में विभिन्न गुरुधामों का दौरा करने के बाद 22 अप्रैल को देश लौट आएगा। उन्होंने पाकिस्तान जाने वाले तीर्थयात्रियों से अपील की कि वे 11 और 12 अप्रैल को कार्यालय समय के दौरान शिरोमणि समिति कार्यालय से अपना पासपोर्ट प्राप्त कर लें। सचिव प्रताप सिंह ने कहा कि पाकिस्तान स्थित गुरुधामों के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है लेकिन सरकार द्वारा तीर्थयात्रियों के वज्रयान में कटौती करने से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं। उन्होंने कहा कि इस बार 1525 में से 596 वीजे का रद्द होना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने भारत और पाकिस्तान सरकार से अपील की कि गुरुद्वारों के दर्शन के लिए जाने वाले तीर्थयात्रियों को खुले दिल से पानी पिलाया जाए ताकि तीर्थयात्री अपने छोड़े हुए गुरुधामों के दर्शन कर सकें।

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