चंडीगढ़: मुख्यमंत्री भगवंत मान की आम आदमी पार्टी सरकार ने ‘रंगला पंजाब’ के अपने विजन को साकार करने के लिए विमानन क्षेत्र को विकास का नया इंजन बना दिया है. सरकार ने मार्च 2022 से इस क्षेत्र में निवेश, विस्तार और कनेक्टिविटी सुधार पर फोकस करते हुए कई बड़े कदम उठाए हैं. नई औद्योगिक नीति के तहत एयरपोर्ट-आधारित इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की दिशा में काम शुरू हुआ है, जिसके लिए राज्य सरकार ने ₹100 करोड़ से अधिक की राशि आवंटित की है.
लुधियाना के पास स्थित हलवारा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा कभी ठप पड़ा था. धन की कमी और प्रशासनिक उदासीनता से यह परियोजना लगभग रुक चुकी थी. लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इसे पुनर्जीवित करने का बीड़ा उठाया.
सत्ता में आने के बाद उन्होंने परियोजना के लिए ₹60 करोड़ जारी किए और काम को रफ्तार दी. जुलाई 2025 में इसका अंतरिम टर्मिनल पूरी तरह तैयार हो गया और इसका नाम शहीद करतार सिंह सराभा के नाम पर रखने का प्रस्ताव विधानसभा में सर्वसम्मति से पारित हुआ.
आप सरकार के नेतृत्व में अमृतसर का श्री गुरु राम दास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अब राज्य की विमानन पहचान बन चुका है. वित्त वर्ष 2024-25 में यहां 22.6% की रिकॉर्ड यात्री वृद्धि दर्ज हुई और यह 35 लाख यात्रियों के आंकड़े को पार कर गया. इस दौरान लंदन, रोम, वेरोना और कुआलालंपुर जैसे अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए नई उड़ानें शुरू हुईं. एयरएशिया एक्स ने जुलाई 2024 में इसे 24 वैश्विक हवाई अड्डों में ‘सर्वश्रेष्ठ स्टेशन पुरस्कार’ से सम्मानित किया.
राज्य सरकार ने न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बल्कि क्षेत्रीय स्तर पर भी कनेक्टिविटी बढ़ाने पर जोर दिया है. आदमपुर और बठिंडा जैसे हवाई अड्डों से उड़ानें फिर से शुरू हुईं. आदमपुर से मुंबई और जयपुर के नए मार्गों की घोषणा दोआबा क्षेत्र के यात्रियों के लिए बड़ी राहत है. केंद्र सरकार के साथ लगातार समन्वय के चलते अब पंजाब के छोटे शहर भी हवाई नक्शे पर मजबूती से लौट रहे हैं.
मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार ने सिर्फ उड़ानें शुरू करने तक सीमित न रहते हुए हवाई बुनियादी ढांचे पर भी भारी निवेश किया है. चंडीगढ़ हवाई अड्डे तक आसान पहुंच के लिए ₹200 करोड़ की लागत से 8.5 किलोमीटर लंबी नई सड़क का निर्माण जारी है. इन पहलों का मकसद न केवल व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देना है, बल्कि निवेशकों के लिए राज्य को आकर्षक गंतव्य बनाना भी है.
पंजाब सरकार ने अब तक विमानन क्षेत्र में ₹150 से ₹200 करोड़ का निवेश किया है. इससे न केवल 10,000 से अधिक रोजगार के अवसर बनेंगे, बल्कि पंजाब की औद्योगिक और पर्यटन क्षमता को भी नई दिशा मिलेगी. मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में ‘रंगला पंजाब’ का सपना अब आकाश में साकार होता दिख रहा है, जहां हर उड़ान राज्य की तरक्की का प्रतीक बन चुकी है.