Veer Abdul Hameed: वीर अब्दुल हमीद विचार मंच के तत्वावधान में, इसके अध्यक्ष श्री सैयद अहसान अख़्तर के नेतृत्व में 30 अगस्त 2025 को में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह आयोजन मुग़ल राजकुमार दारा शिकोह की स्मृति को समर्पित था, जिन्हें एकता, सेक्युलरिज़्म और इंसानियत का पैरोकार माना जाता है.
कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुश्री शाज़िया इल्मी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं. उन्होंने श्री अहसान अख़्तर के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा – “दारा शिकोह भारत की उस समावेशी और सौहार्दपूर्ण भावना के प्रतीक हैं, जो गंगा-जमुनी तहज़ीब की नींव है.”
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा (उ.प्र.) के क्षेत्रीय अध्यक्ष श्री जावेद मलिक ने भी इस पहल की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि दारा शिकोह अन्याय और अत्याचार के ख़िलाफ़ संघर्ष तथा सेक्युलर और मानवीय मूल्यों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के कारण हमेशा प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे.
समावेशी संस्कृति और सेक्युलर विचारधारा
प्रसिद्ध फिल्म समीक्षक श्री मुरतज़ा अली ख़ान ने दारा शिकोह के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके धार्मिक सौहार्द, समावेशी संस्कृति और सेक्युलर विचारधारा में योगदान पर विस्तृत चर्चा की.
श्री सुमित चतुर्वेदी ने भी श्री सैयद अहसान अख़्तर के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि दारा शिकोह का जीवन इंसानियत और सेक्युलरिज़्म का जीवंत उदाहरण है.
कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम का समापन इस संदेश के साथ हुआ कि दारा शिकोह के आदर्श आज भी प्रासंगिक हैं और समाज को “विविधता में एकता” के मूल्यों को मज़बूत करने की प्रेरणा देते हैं. मंच के अध्यक्ष श्री अहसान अख़्तर ने सभी अतिथियों का धन्यवाद देते हुए आश्वस्त किया कि मंच आगे भी युवाओं तक इन आदर्शों को पहुँचाने के लिए ऐसे आयोजन करता रहेगा.