Thackeray Brothers: महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर ठाकरे बंधुओं की चर्चा जोरों पर है. शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के बीच नजदीकियां बढ़ती दिख रही हैं. हाल ही में मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे को गणेशोत्सव के लिए अपने घर आमंत्रित किया है. यह निमंत्रण दोनों भाइयों के बीच लंबे समय बाद बढ़ती नजदीकियों का प्रतीक माना जा रहा है.
राज ठाकरे का गणेशोत्सव निमंत्रण
हर साल राज ठाकरे के घर पर डेढ़ दिन का गणपति उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है. इस बार उन्होंने उद्धव ठाकरे को अपने नए निवास ‘शिवतीर्थ’ में आमंत्रित किया है. यह पहला मौका होगा जब उद्धव ठाकरे राज के नए घर में कदम रखेंगे. राज ठाकरे के इस निमंत्रण ने दोनों भाइयों के बीच सुलह की अटकलों को और हवा दी है.
मातोश्री में राज ठाकरे की वापसी
कुछ समय पहले राज ठाकरे करीब दो दशक बाद उद्धव ठाकरे के निवास ‘मातोश्री’ पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने उद्धव और उनके परिवार से मुलाकात की और बालासाहेब ठाकरे के कमरे में समय बिताया. इस मुलाकात ने शिवसैनिकों और राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी थी. राज ठाकरे का मातोश्री जाना और अब उद्धव का शिवतीर्थ में आने का निमंत्रण दोनों भाइयों के बीच पुराने रिश्तों को पुनर्जनन का संकेत दे रहा है.
राज ठाकरे का नया आशिया
नाराज ठाकरे ने तीन साल पहले दादर के शिवाजी पार्क में अपने पुराने घर ‘कृष्णकुंज’ को छोड़कर नए निवास ‘शिवतीर्थ’ में प्रवेश किया. कला प्रेमी राज ने इस घर को बेहद खूबसूरती से सजाया है. कई बड़े नेता इस नए घर में उनसे मिलने आए, लेकिन उद्धव ठाकरे अब तक वहां नहीं गए थे. गणेशोत्सव के मौके पर उद्धव का शिवतीर्थ में आना एक ऐतिहासिक पल होगा.
20 साल बाद एक मंच पर ठाकरे बंधु
हाल ही में हिंदी थोपने के मुद्दे पर दोनों भाई एक मंच पर नजर आए थे. इसके बाद उद्धव के जन्मदिन पर राज ठाकरे मातोश्री पहुंचे और उन्हें शुभकामनाएं दीं. शिवसैनिकों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. 2006 में मनसे की स्थापना के बाद से राज ठाकरे कभी भी उद्धव के जन्मदिन पर मातोश्री नहीं गए थे, लेकिन इस बार उनका जाना और अब उद्धव को निमंत्रण देना दोनों दलों के बीच सहयोग की संभावनाओं को बल दे रहा है.
राजनीतिक नजदीकियों की संभावना
जब मनसे नेता अमित ठाकरे से उद्धव के गणेशोत्सव में शामिल होने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने रहस्यमयी अंदाज में कहा, “आपको सरप्राइज मिलेगा.” यह बयान दोनों भाइयों के एक साथ आने की संभावनाओं को और पुख्ता करता है.
राज और उद्धव ठाकरे के बीच बढ़ती नजदीकियां महाराष्ट्र की राजनीति में नए समीकरण बना सकती हैं. क्या यह केवल पारिवारिक मुलाकात है या राजनीतिक गठजोड़ की शुरुआत? गणेशोत्सव के इस मौके पर दोनों भाइयों का एक साथ दिखना निश्चित रूप से चर्चा का केंद्र बनेगा.