Railway Ministry Issues Advisory: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान संबंधों में बढ़ते तनाव के बीच रेल मंत्रालय ने अपने कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है. इसमें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों द्वारा सैन्य गतिविधियों से जुड़ी गोपनीय जानकारी हासिल करने की संभावित कोशिशों के प्रति सतर्क रहने को कहा गया है.
रेलवे बोर्ड ने एक आधिकारिक संदेश में कर्मचारियों को आगाह किया है कि पाकिस्तानी एजेंट सैन्य ट्रेनों की आवाजाही और अन्य संवेदनशील जानकारी प्राप्त करने के लिए फर्जी कॉलर बनकर संपर्क कर सकते हैं.
भारतीय रेलवे द्वारा दिए संदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियां रेलवे अधिकारियों से सैन्य ट्रेनों के विवरण जैसी गोपनीय जानकारी लेने की कोशिश कर सकती हैं. रेलवे बोर्ड ने सभी कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी है कि वे किसी भी अनधिकृत व्यक्ति के साथ ऐसी जानकारी साझा न करें. बोर्ड ने चेतावनी दी कि नामित सैन्य रेलवे कर्मियों को छोड़कर किसी अन्य के साथ जानकारी साझा करना सुरक्षा नियमों का उल्लंघन होगा और इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा माना जाएगा.
भारतीय रेलवे की सैन्य शाखा जो युद्ध या विशेष अभियानों के दौरान सशस्त्र बलों को रसद सहायता प्रदान करती है, रक्षा तंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. इसकी संवेदनशीलता को देखते हुए रेलवे अधिकारियों को विशेष रूप से सतर्क रहने, संचार के निर्धारित नियमों का कड़ाई से पालन करने का आदेश दिया गया है. बोर्ड द्वारा यह सलाह ऐसे समय में आई है, जब ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है.
रेलवे बोर्ड ने इस संदेश के जरिए यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी कोई भी जानकारी गलत हाथों में न पहुंचे. कर्मचारियों को संदिग्ध कॉल या संदेशों के प्रति अतिरिक्त सावधानी बरतने और किसी भी असामान्य गतिविधि को तुरंत उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने के लिए कहा गया है. यह कदम रेलवे के रक्षा बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण योगदान और संवेदनशील जानकारी की सुरक्षा के प्रति सरकार की गंभीरता को दर्शाता है.