PM Modi Birthday: कौन है PM मोदी का करीबी अब्बास? ईद पर मां हीराबेन उनके लिए बनाती थीं सेंवई 

PM Modi Birthday: 17 सितंबर, 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना 75वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस अवसर पर देश-विदेश के प्रमुख नेता उन्हें शुभकामनाएं दे रहे हैं. उनके जीवन की कई प्रेरक कहानियां सामने आती हैं, जिनमें उनकी मां हीराबेन और उनके करीबी अब्बास की कहानी विशेष रूप से उल्लेखनीय है.

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PM Modi Birthday: 17 सितंबर, 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना 75वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस अवसर पर देश-विदेश के प्रमुख नेता उन्हें शुभकामनाएं दे रहे हैं. उनके जीवन की कई प्रेरक कहानियां सामने आती हैं, जिनमें उनकी मां हीराबेन और उनके करीबी अब्बास की कहानी विशेष रूप से उल्लेखनीय है.

ईद पर मां हीराबेन का विशेष प्रेम

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी मां हीराबेन के 100वें जन्मदिन पर अब्बास का जिक्र करते हुए एक मार्मिक संस्मरण साझा किया था. उन्होंने बताया कि उनके पिता के एक करीबी मुस्लिम मित्र के निधन के बाद उनके बेटे अब्बास को उनके परिवार ने अपने घर में आश्रय दिया. अब्बास उनके घर में भाई-बेटे की तरह पला-बढ़ा. यह कहानी सामाजिक सौहार्द और पारिवारिक मूल्यों की मिसाल है.

मोदी ने बताया कि उनकी मां हीराबेन अब्बास की देखभाल अपनी संतानों की तरह करती थीं. ईद के अवसर पर अब्बास की पसंद के स्वादिष्ट पकवान तैयार किए जाते थे. न केवल अब्बास, बल्कि आसपास के अन्य बच्चे भी त्योहारों पर उनके घर खाने का आनंद लेते थे. हीराबेन की उदारता यहीं तक सीमित नहीं थी; वे साधु-संतों को भी घर बुलाकर भोजन कराती थीं, जिससे उनके घर में सभी धर्मों के प्रति सम्मान और प्रेम का वातावरण रहता था.

बीजेपी का सेवा पखवाड़ा

प्रधानमंत्री के जन्मदिन को बीजेपी सेवा पखवाड़े के रूप में मना रही है. इस दौरान देशभर में रक्तदान शिविर, स्वच्छता अभियान और वृक्षारोपण जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. बीजेपी ने इस बार 15 करोड़ पेड़ लगाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है.

साथ ही मोदी सरकार की 11 साल की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रबुद्धजनों के साथ गोष्ठियां और संपर्क अभियान भी चलाए जाएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जीवन सादगी, सेवा और समर्पण का प्रतीक है. उनकी मां हीराबेन और अब्बास की कहानी हमें सामाजिक एकता और मानवीय मूल्यों की सीख देती है. उनका जन्मदिन न केवल उत्सव है, बल्कि समाज सेवा और पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी देता है.