'करोड़ों लोगों के लिए बने फरिश्ता', पीएम मोदी को डोमिनिका का सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार, कोविड संकट में सहयोग के लिए सम्मान

Dominica's Highest National Award: ऐसे समय में जब पूरी दुनिया कोविड-19 जैसी महामारी से परेशान थी. हर कोई अपने बारे में चिंतित था, उस समय भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई अन्य देशों की मदद की. पीएम मोदी ने डोमिनिका की भी ऐसी ही मदद की, जिसके कारण आज पीएम मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है

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Dominica's Highest National Award: ऐसे समय में जब पूरी दुनिया कोविड-19 जैसी महामारी से परेशान थी, भारत ही एक ऐसा देश था जो लोगों की मदद के लिए सबसे आगे खड़ा था. ऐसे में कोविड-19 महामारी के दौरान कैरेबियाई द्वीप डोमिनिका को दिए गए सहयोग के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार 'डोमिनिका अवॉर्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया जाएगा. यह सम्मान डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन द्वारा 19 से 21 नवंबर तक गुयाना के जॉर्जटाउन में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन के दौरान दिया जाएगा.

भारत-डोमिनिका सहयोग में अहम भूमिका

डोमिनिका के प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि यह पुरस्कार पीएम मोदी को महामारी के दौरान डोमिनिका को दी गई उनकी अहम मदद के सम्मान में दिया जा रहा है. पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने फरवरी 2021 में डोमिनिका को एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन की 70,000 खुराकें प्रदान की थीं, जिसने वहां के स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रयासों को मजबूती दी.

स्वास्थ्य, शिक्षा और जलवायु परिवर्तन में भारत का योगदान

डोमिनिका ने स्वास्थ्य, शिक्षा और जलवायु लचीलापन निर्माण के क्षेत्रों में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत के योगदान को सराहा है. डोमिनिकन प्रधानमंत्री रूजवेल्ट स्केरिट ने कहा, "यह पुरस्कार हमारे राष्ट्रों के बीच गहरे रिश्तों और पीएम मोदी के प्रति हमारी कृतज्ञता का प्रतीक है. पीएम मोदी वैश्विक संकट के दौरान हमारे साथ खड़े रहे हैं, और हमें उनकी सहायता के लिए आभार प्रकट करते हुए उन्हें यह सम्मान देना हमारे लिए गर्व की बात है."

पुरस्कार को स्वीकार करते हुए पीएम मोदी ने जलवायु परिवर्तन और भू-राजनीतिक संघर्ष जैसी चुनौतियों पर सहयोग का महत्व बताया. उन्होंने डोमिनिका और कैरेबियाई क्षेत्र के साथ मिलकर वैश्विक मुद्दों पर काम करने के प्रति भारत की प्रतिबद्धता दोहराई. यह सम्मान न केवल वैश्विक सहयोग का प्रतीक है, बल्कि सतत विकास के प्रति समर्पण का भी प्रमाण है.