लाल किला धमाका केस में नया खुलासा! संदिग्ध आतंकी डॉ. परवेज के पास मिले 6 कीपैड फोन, अब NIA करेगी पूछताछ

दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके की जांच में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. सुरक्षा एजेंसियों को अब इस मामले में बड़ी सफलता मिली है.

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नई दिल्ली: दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके की जांच में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. सुरक्षा एजेंसियों को अब इस मामले में बड़ी सफलता मिली है. फरीदाबाद से गिरफ्तार की गई संदिग्ध आतंकी डॉ. शाहीन के छोटे भाई डॉ. परवेज़ को यूपी एटीएस ने हिरासत में लेकर दिल्ली भेज दिया है, जहां अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) उससे पूछताछ करेगी.

सूत्रों के अनुसार, डॉ. परवेज फरीदाबाद में मेडिकल कॉलेज से जुड़े थे और हाल ही में उन्होंने इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के मेडिसिन विभाग से 6 नवंबर को इस्तीफा दे दिया था. इस्तीफे के बाद से ही वे लापता थे और उनका मोबाइल फोन भी बंद था. जांच एजेंसियों ने जब उनके ठिकाने पर छापेमारी की, तो कई अहम सबूत बरामद हुए.

छह कीपैड मोबाइल और सीक्रेट डिस्क बरामद

एटीएस की टीम को छापे के दौरान छह पुराने कीपैड मोबाइल फोन, एक इंटरनेशनल सिम कार्ड और एक सीक्रेट डिस्क समेत कई संदिग्ध दस्तावेज मिले हैं. जांचकर्ताओं का मानना है कि डॉ. परवेज इन फोन का इस्तेमाल खुफिया संचार के लिए करते थे, ताकि डिजिटल ट्रैकिंग से बचा जा सके.

सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि 4 नवंबर को डॉ. परवेज ने आखिरी बार अपने पिता से बात की थी. उसी दिन से एजेंसियों ने देश के विभिन्न हिस्सों में आतंक से जुड़े नेटवर्क पर शिकंजा कसना शुरू किया था. डॉ. शाहीन की गिरफ्तारी के बाद से ही एजेंसियों को शक था कि उसका भाई भी आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा हुआ हो सकता है.

परिवार ने जताई हैरानी

डॉ. शाहीन और डॉ. परवेज के बड़े भाई शोएब ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें दोनों के नाम सामने आने पर गहरा सदमा लगा है. उन्होंने कहा, “मुझे यकीन नहीं होता कि मेरे भाई-बहन इस तरह की गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं. शाहीन बचपन से पढ़ाई में बहुत तेज थी. पिछले चार साल से हमारा उससे कोई संपर्क नहीं था, पारिवारिक मतभेद के चलते वह घर नहीं आती थी.”

जैश मॉड्यूल से भी कनेक्शन की जांच

वहीं, जांच एजेंसियों को जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल में गिरफ्तार डॉ. मुजम्मिल के फोन से भी कई चौंकाने वाले सबूत मिले हैं. सूत्रों का दावा है कि उसके फोन से दिल्ली की कई जगहों की तस्वीरें मिली हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि वह राजधानी में किसी साजिश की तैयारी में था. एजेंसियों को शक है कि वह कई बार दिल्ली आया और डॉ. शाहीन से भी संपर्क में था. बताया जा रहा है कि दोनों के बीच नज़दीकी संबंध थे.

अब NIA यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि दिल्ली में धमाके की योजना किन लोगों ने मिलकर बनाई और इन सबके पीछे कौन-सा नेटवर्क सक्रिय है. जांच टीमों ने परवेज के लैपटॉप और मोबाइल डेटा की फोरेंसिक जांच शुरू कर दी है. सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि आने वाले दिनों में कई और गिरफ्तारियाँ हो सकती हैं. फिलहाल, डॉ. परवेज को पूछताछ के लिए दिल्ली लाया गया है और NIA इस पूरे मॉड्यूल की कड़ी से कड़ी जोड़ने में जुटी है.