Monsoon session of Parliament 2025: सूत्रों के अनुसार संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से 12 अगस्त 2025 तक चलेगा. यह सत्र ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहला सत्र होगा, जिसकी देश में व्यापक चर्चा हुई है. इस सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयकों और नीतिगत मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है.
क्या है सत्र का महत्व?
मानसून सत्र सरकार और विपक्ष के लिए एक महत्वपूर्ण मंच होगा, जहां हाल के घटनाक्रमों और नीतियों पर गहन विचार-विमर्श होगा. ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह पहला अवसर होगा जब संसद में इस अभियान के प्रभावों और परिणामों पर चर्चा होगी. सूत्रों का कहना है कि सरकार इस सत्र में कई विधेयक पेश कर सकती है, जो आर्थिक सुधारों और सामाजिक कल्याण से संबंधित होंगे.
अपेक्षित चर्चाएं
सत्र के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक नीतियों और सामाजिक मुद्दों पर गहन बहस की उम्मीद है. विपक्ष ऑपरेशन सिंदूर के विभिन्न पहलुओं पर सवाल उठा सकता है, जबकि सरकार अपनी उपलब्धियों को रेखांकित करने का प्रयास करेगी. यह सत्र नीति निर्माण और जनहित के मुद्दों पर केंद्रित रहेगा.