Manohar Lal Dhakad Video Case: मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर वायरल हुए अश्लील वीडियो मामले में बीजेपी नेता मनोहर लाल धाकड़ को कोर्ट से जमानत मिल गई है. जमानत के बाद धाकड़ ने खास बातचीत में दावा किया कि यह वीडियो फर्जी है और उन्हें बदनाम करने की साजिश रची गई है.
उन्होंने कहा कि मैं उस वीडियो में नहीं था और कार भी मेरी नहीं थी. मैं अपनी कार पहले ही बेच चुका हूं. धाकड़ ने वीडियो वायरल करने वालों के खिलाफ मानहानि का केस करने की बात कही.
पुलिस कार्रवाई
पुलिस ने वीडियो वायरल होने के बाद धाकड़ को रविवार को हिरासत में लिया था. उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 296 (सार्वजनिक अश्लीलता), 285 (लापरवाही से खतरा पैदा करना), और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया. कोर्ट ने वकील की दलीलों के आधार पर जमानत दी. पुलिस ने खुलासा किया कि हाईवे कर्मचारियों ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए धाकड़ को ब्लैकमेल करने की कोशिश की थी.
भाजपा की सफाई
धाकड़ ने दावा किया कि वह जमानत से पहले 8 दिन तक इसलिए छिपे रहे क्योंकि उनकी छवि खराब करने की कोशिश हो रही थी. उन्होंने वीडियो में दिख रही महिला और कार से किसी भी संबंध से इनकार किया. दूसरी ओर, भाजपा ने स्पष्ट किया कि धाकड़ पार्टी के प्राथमिक सदस्य नहीं हैं, उनकी पत्नी सोहन बाई धाकड़ जिला पंचायत सदस्य हैं. यह मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना, जिससे भाजपा को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा.
आगे की जांच
पुलिस वीडियो की प्रामाणिकता की जांच कर रही है और अन्य सबूतों की तलाश में जुटी है. इस मामले ने मंदसौर की सियासत में हलचल मचा दी है.