महाराष्ट्र निकाय चुनाव में नया विवाद! मालवण दौरे में ‘कैश बैग’ का वीडियो वायरल, एकनाथ शिंदे पर बड़े आरोप

महाराष्ट्र में निकाय चुनावों की सरगर्मी के बीच मालवण से उभरा एक वीडियो राजनीतिक बहस को और तेज कर रहा है. यह वीडियो कथित रूप से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हालिया दौरे से जुड़ा बताया जा रहा है, जिसमें उनके सुरक्षा कर्मियों को कैमरों से बचते हुए कथित रूप से पैसे से भरे बैग ले जाते हुए दिखाया गया है.

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Malvan election controversy: महाराष्ट्र में निकाय चुनावों की सरगर्मी के बीच मालवण से उभरा एक वीडियो राजनीतिक बहस को और तेज कर रहा है. यह वीडियो कथित रूप से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हालिया दौरे से जुड़ा बताया जा रहा है, जिसमें उनके सुरक्षा कर्मियों को कैमरों से बचते हुए कथित रूप से पैसे से भरे बैग ले जाते हुए दिखाया गया है. वीडियो वायरल होने के बाद विपक्ष ने शिंदे–शिवसेना पर मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए धन वितरण के गंभीर आरोप लगाए हैं.

वीडियो पर उठे सवाल और विपक्ष के आरोप

पूर्व विधायक वैभव नाइक ने दावा किया है कि यह वही बैग हैं जिनमें कथित रूप से पैसा भरा हुआ था, और बाद में वही धन मतदाताओं तक पहुंचाया गया. नाइक ने आरोप लगाया कि सत्ता में बैठकर भ्रष्टाचार से इकट्ठा किए गए पैसों का चुनाव के समय उपयोग किया जा रहा है.

उनका कहना है कि “पैसे से सत्ता और सत्ता से पैसा” का चक्र शिंदे–शिवसेना लगातार चुनावी रणनीति के रूप में अपनाती रही है. नाइक ने यह भी आरोप लगाया कि वायरल वीडियो में दिखाए गए बैग का पैसा अगले दिन निलेश राणे द्वारा अलग–अलग इलाकों में मतदाताओं में बांटा गया. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक उदाहरण है कि किस तरह चुनावों में धनबल का इस्तेमाल हो रहा है.

जनता से अपील और बढ़ता राजनीतिक तापमान

नाइक ने मालवण की जनता से आह्वान किया कि वे किसी भी प्रकार की खरीद–फरोख्त के दबाव में आए बिना मतदान करें. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की गरिमा तभी बनी रह सकती है जब मतदाता अपने अधिकार का इस्तेमाल बिना किसी प्रलोभन के करें.

हालांकि वायरल वीडियो पर अभी तक न तो शिंदे–शिवसेना और न ही निलेश राणे की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने आई है. इसके बावजूद यह मामला सोशल मीडिया पर तेज़ी से फैल रहा है और राजनीतिक चर्चाओं का केंद्र बन गया है. समर्थक और विरोधी दोनों पक्ष इस वीडियो को लेकर अपने-अपने दावे कर रहे हैं.

चुनावी मौसम में बढ़े आरोप–प्रत्यारोप

महाराष्ट्र में चुनावी माहौल गर्माने के साथ ही एक बार फिर धनबल, दबाव और प्रलोभन जैसे आरोप चर्चा में आ गए हैं. विपक्ष का कहना है कि यदि आरोपों की जांच नहीं हुई तो चुनावी पारदर्शिता पर सवाल खड़े होंगे. वहीं, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चुनावी सीजन में ऐसे वीडियो और आरोप अक्सर माहौल प्रभावित करते हैं, पर वास्तविकता सामने आने के लिए आधिकारिक जांच आवश्यक होती है. फिलहाल, वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन यह विवाद मालवण सहित पूरे सिंधुदुर्ग क्षेत्र में चुनावी गणित को प्रभावित करता दिख रहा है.