'जिस वीडियो की बात हो रही है, उसे पूरा सुनिए', मोकामा में दिए बयान पर केस दर्ज होने के बाद बोले ललन सिंह 

मोकामा विधानसभा क्षेत्र में प्रचार के दौरान दिए गए बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह मुश्किल में आ गए हैं. उनके खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की गई है.

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Mokama statement: मोकामा विधानसभा क्षेत्र में प्रचार के दौरान दिए गए बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह मुश्किल में आ गए हैं. उनके खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की गई है. यह मामला तब से सुर्खियों में है जब ललन सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने कथित रूप से विवादित बयान दिया था. हालांकि अब उन्होंने इस पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है और पूरे प्रकरण को भ्रामक प्रचार करार दिया है.

बुधवार (05 नवंबर 2025) को मीडिया से बात करते हुए ललन सिंह ने कहा, “चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है और हम सब उसका सम्मान करते हैं. लेकिन जिस वीडियो की बात की जा रही है, उसे अगर कोई पूरा सुनेगा, तो साफ पता चल जाएगा कि आरजेडी द्वारा किया गया ट्वीट भ्रामक और आधा सच है.”

ललन सिंह ने अपने बयान का संदर्भ बताते हुए कहा कि जिस गांव में यह वीडियो बनाया गया, वहां आरजेडी के एक दबंग नेता रहते हैं जो गरीबों को डराकर बूथ तक नहीं जाने देते. उन्होंने कहा, “मैंने वहां यह कहा कि अगर ये नेता गरीबों को डराएं, तो गांव के लोग उन्हें घेर लें और रोकें. अगर वो मतदान करने जाएं तो ठीक है, लेकिन किसी गरीब को धमकाकर वोट न छीनें. गरीबों को डराकर कोई वोट नहीं ले सकता.”

जेडीयू नेता ने आरजेडी पर हमला बोलते हुए कहा, “गरीब तो नीतीश कुमार का वोटर है, हमारा वोटर है. क्या हम अपने वोटर की रक्षा नहीं करेंगे? हम अपने वोटरों को डरने नहीं देंगे, बल्कि उन्हें उत्साहित करेंगे कि वे वोट डालने जरूर जाएं. यही तो चुनाव आयोग भी कहता है कि लोग निर्भय होकर मतदान करें.”

जेडीयू कानून का पूरा सम्मान करती

ललन सिंह ने आरजेडी पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि आरजेडी से मैं पूछना चाहता हूं कि कुछ दिन पहले दुलारचंद यादव की शव यात्रा में जाति विशेष को अपमानित करने वाले शब्द बोले गए. उस वक्त आरजेडी के दोनों उम्मीदवार उसी गाड़ी पर बैठे थे, उनकी मौजूदगी में गालियां दी गईं. उस वीडियो पर तो आरजेडी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. क्या वही शासन लाना चाहते हैं जो उनके पिता के समय था?

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार के शासन में कानून का राज है और जेडीयू कानून का पूरा सम्मान करती है. उन्होंने कहा कि विपक्ष द्वारा गलत अर्थ निकालकर उनकी बातों को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है. उन्होंने जोड़ा कि हमने सिर्फ इतना कहा था कि गरीबों को डराने वालों से मतदाता खुद को सुरक्षित रखें. यह किसी कानून का उल्लंघन नहीं, बल्कि लोकतंत्र की रक्षा का संदेश है.