Goa nightclub accident: गोवा के अरपोरा गांव में शनिवार देर रात हुए भीषण हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. एक नाइट क्लब में सिलेंडर ब्लास्ट और उसके बाद लगी आग में कम से कम 25 लोगों की मौत ने राज्य की सुरक्षा तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. घटना के बाद मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सख्त कार्रवाई का ऐलान किया है. पुलिस ने अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि क्लब मालिकों सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा पर FIR दर्ज कर उनकी तलाश जारी है.
इलेक्ट्रिक पटाखों से लगी आग
रविवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस में CM प्रमोद सावंत ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि क्लब के अंदर “इलेक्ट्रिक पटाखे” जलाए गए थे, जिससे आग तेजी से फैली. उन्होंने कहा कि घटना बेहद दुखद है और सरकार किसी भी अवैध गतिविधि को बढ़ावा नहीं देगी. सावंत ने स्पष्ट किया कि हादसे में लापरवाही करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा.
चार अधिकारी गिरफ्तार
गोवा DGP आलोक कुमार के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों में क्लब के
उन्होंने बताया कि क्लब मालिकों सौरभ और गौरव लूथरा के खिलाफ FIR दर्ज है और उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. DGP ने यह भी कहा कि रोमियो लेन के दूसरे क्लब को भी सुरक्षा कारणों से सील कर दिया गया है.
बड़ी जांच कमेटी गठित
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ने घटना की विस्तृत जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया है. इस कमेटी में
यह कमेटी एक हफ्ते के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी. इसके अलावा, राजस्व सचिव की अध्यक्षता में एक दूसरी कमेटी बनाई जाएगी, जो राज्य में बिना वैध अनुमति चल रहे क्लबों, रेस्टोरेंट्स और मनोरंजन स्थलों का ऑडिट करेगी.
SOP और नई एडवाइजरी जल्द होगी अनिवार्य
CM सावंत ने बताया कि SDMA ने सभी क्लब, रेस्टोरेंट और भीड़भाड़ वाली जगहों के लिए एक विस्तृत परामर्शी (एडवाइजरी) जारी की है, जिसमें सुरक्षा मानकों, वैध परमिशन और इमरजेंसी प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाएगा. नई SOP जल्द लागू की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो.
सरकारी अधिकारियों पर भी गिरेगी गाज
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन अधिकारियों ने नियमों की अनदेखी कर क्लब को चलने दिया, उन्हें तुरंत सस्पेंड किया जा रहा है. उन्होंने साफ कहा कि प्रशासन की किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जांच के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
सरकार ने घोषणा की है कि इस दुखद घटना में जान गंवाने वाले हर व्यक्ति के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी. इसके अलावा, मृतकों के पार्थिव शरीर को उनके घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी राज्य सरकार उठाएगी.
23 शव किचन में मिले
CM के अनुसार, घटना रात 11:45 बजे हुई. फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज और पुलिस की टीमें तुरंत मौके पर पहुंच गईं. शुरुआती खोज में फर्श पर दो शव मिले, लेकिन बाद में किचन क्षेत्र में 23 और शव बरामद हुए. ज्यादातर लोगों की मौत दम घुटने से होने की आशंका जताई गई है.
इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि मनोरंजन स्थलों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी कितनी खतरनाक हो सकती है. अब सबकी निगाहें सरकार की जांच पर हैं, जो यह तय करेगी कि इस हादसे का असली दोषी कौन है और भविष्य में ऐसे हादसे रोकने के लिए क्या सख्त कदम उठाए जाते हैं.