Imphal flood: मणिपुर की राजधानी इंफाल में लगातार मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है. भारी वर्षा के कारण इंफाल शहर के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जिससे हजारों लोग प्रभावित हुए हैं. खास तौर पर हेइक्रमाखोंग क्षेत्र में स्थिति अत्यंत चिंताजनक है, जहां सड़कें, घर और दुकानें पानी में डूब चुकी हैं. ड्रोन वीडियो ने इस क्षेत्र की भयावह तस्वीर को सामने लाया है, जिसमें जलमग्न सड़कों और बस्तियों का दुखद दृश्य स्पष्ट दिखाई देता है.
हेइक्रमाखोंग में जल प्रलय का मंजर
हेइक्रमाखोंग, इंफाल पूर्व जिले का एक प्रमुख क्षेत्र, इस बारिश से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. ड्रोन फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि सड़कें नदियों में तब्दील हो चुकी हैं और लोग नावों के सहारे सुरक्षित स्थानों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. नदियों के उफान पर आने और तटबंधों के कमजोर होने से पानी ने आसपास की बस्तियों को अपनी चपेट में ले लिया है. स्थानीय निवासियों का कहना है कि पिछले कई वर्षों में इस तरह की भीषण बाढ़ की स्थिति पहले कभी नहीं देखी गई.
#WATCH इंफाल (मणिपुर): इंफाल में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। ड्रोन वीडियो हेइक्रमाखोंग क्षेत्र से है। pic.twitter.com/JjIc3RaGqe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 4, 2025
राहत और बचाव कार्य जोरों पर
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारतीय सेना, असम राइफल्स, मणिपुर फायर सर्विस और स्थानीय स्वयंसेवकों ने मिलकर राहत और बचाव अभियान शुरू किया है. हेइक्रमाखोंग और आसपास के क्षेत्रों से सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. राज्य सरकार ने प्रभावित लोगों के लिए राहत शिविरों की स्थापना की है, जहां भोजन, पानी और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वालों से घरों में रहने और सतर्कता बरतने की अपील की है.
भविष्य की तैयारी
बाढ़ ने न केवल जनजीवन को प्रभावित किया, बल्कि कृषि भूमि और बुनियादी ढांचे को भी भारी नुकसान पहुंचाया है. विशेषज्ञों का मानना है कि बेहतर जल प्रबंधन और तटबंधों की मजबूती से भविष्य में ऐसी आपदाओं को कम किया जा सकता है.