B. Sudarshan Reddy: मंगलवार को पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज बी. सुदर्शन रेड्डी को इंडिया गठबंधन ने उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की, जिसमें शरद पवार सहित गठबंधन के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे.
कौन है सुदर्शन रेड्डी
बी. सुदर्शन रेड्डी का जन्म 1946 में आंध्र प्रदेश के एक किसान परिवार में हुआ. उन्होंने हैदराबाद के उस्मानिया विश्वविद्यालय से 1971 में कानून की डिग्री हासिल की. उनकी शैक्षिक और व्यावसायिक यात्रा ने उन्हें भारतीय न्यायिक व्यवस्था में एक सम्मानित स्थान दिलाया.
न्यायिक करियर की शुरुआत
27 दिसंबर, 1971 को बी. सुदर्शन रेड्डी ने आंध्र प्रदेश बार काउंसिल में अधिवक्ता के रूप में पंजीकरण कराया. उन्होंने आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में रिट और सिविल मामलों में वकालत की. 1988-90 के दौरान वे उच्च न्यायालय में सरकारी वकील रहे और 1990 में छह महीने तक केंद्र सरकार के अतिरिक्त स्थायी वकील के रूप में कार्य किया. इसके अतिरिक्त, उन्होंने उस्मानिया विश्वविद्यालय के कानूनी सलाहकार और स्थायी वकील के रूप में भी अपनी सेवाएँ दीं.
इंडिया गठबंधन का विश्वास
2 मई, 1995 को रेड्डी को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय का स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किया गया. इसके बाद, 5 दिसंबर, 2005 को वे गुवाहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बने. रेड्डी 12 जनवरी, 2007 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुए, जहाँ उन्होंने 8 जुलाई, 2011 तक सेवा दी.
सेवानिवृत्ति के बाद, वे गोवा के लोकायुक्त के रूप में भी कार्यरत रहे. इंडिया गठबंधन ने बी. सुदर्शन रेड्डी के अनुभव और निष्पक्ष छवि को देखते हुए उन्हें उपराष्ट्रपति पद के लिए चुना. उनकी नियुक्ति से गठबंधन को मजबूती मिलने की उम्मीद है.