Ahmedabad plane crash: गुजरात के अहमदाबाद में एक भयावह विमान दुर्घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है. जानकारी के अनुसार, अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद एयर इंडिया का एक विमान, जिसमें 242 यात्री सवार थे, दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
इस हादसे ने न केवल स्थानीय लोगों बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता की लहर पैदा कर दी है. इस विमान में 53 ब्रिटिश नागरिक भी सवार थे, जिसके बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने पीड़ित यात्रियों और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.
NDRF की त्वरित कार्रवाई
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है. गांधीनगर से एनडीआरएफ की तीन टीमें, जिनमें 90 कर्मचारी शामिल हैं, दुर्घटना स्थल पर पहुंच चुकी हैं. इसके अतिरिक्त, वडोदरा से तीन और टीमें रवाना की गई हैं, जो जल्द ही बचाव कार्य में सहायता करेंगी. एनडीआरएफ की टीमें मलबे में फंसे लोगों को निकालने और घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान करने में जुटी हैं.
प्रत्यक्षदर्शी का बयान
एक प्रत्यक्षदर्शी, जिसका कार्यालय दुर्घटना स्थल से मात्र 200 मीटर दूर है, ने बताया, "मैं अपने कार्यालय से बाहर निकला ही था कि अचानक एक तेज़ आवाज़ सुनाई दी और चारों ओर धुआं फैल गया. लोग इधर-उधर भागने लगे. जब मैं घटनास्थल पर पहुंचा, तो वहां मलबा बिखरा हुआ था और आग की लपटें उठ रही थीं.
कुछ देर बाद पता चला कि विमान का एक हिस्सा यहां गिरा और यह हादसा हुआ." प्रत्यक्षदर्शी ने यह भी बताया कि पास में एक इमारत है, जहां डॉक्टर रहते हैं, जिससे हादसे की गंभीरता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है.
पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की मृत्यु
इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की मृत्यु की पुष्टि हुई है. एयर इंडिया के टिकट से इस बात की पुष्टि हुई कि वह इस दुर्भाग्यपूर्ण उड़ान में सवार थे. उनकी मृत्यु ने राज्य और देश की राजनीति में शोक की लहर दौड़ा दी है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने इस हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, "हमारी संवेदनाएं यात्रियों और उनके परिवारों के साथ हैं." इस हादसे ने वैश्विक स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है, क्योंकि विमान में कई विदेशी नागरिक भी सवार थे.
राहत और जांच कार्य जारी
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, विमान के उड़ान भरने के तुरंत बाद तकनीकी खराबी के कारण यह दुर्घटना हुई. प्रशासन और बचाव टीमें घायलों को अस्पताल पहुंचाने और मलबे में फंसे लोगों को निकालने में जुटी हैं. स्थानीय लोग भी राहत कार्य में सहयोग कर रहे हैं.
यह हादसा न केवल गुजरात बल्कि पूरे देश के लिए एक त्रासदी है. एनडीआरएफ और अन्य राहत एजेंसियों की त्वरित कार्रवाई से उम्मीद है कि अधिक से अधिक लोगों की जान बचाई जा सकेगी.