मौनी अमावस्या के दिन हुए हादसे के बाद, प्रशासन ने महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए नई व्यवस्था लागू करने का फैसला किया है. खासतौर पर 3 फरवरी को होने वाले बसंत पंचमी के अमृत स्नान के लिए प्रशासन ने विशेष प्रबंध किए हैं.
नई व्यवस्था का उद्देश्य
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने इस बार कुछ नए उपायों को लागू किया है. इन उपायों के तहत अधिक संख्या में सुरक्षा कर्मियों की तैनाती, बेहतर यातायात व्यवस्था, और स्नान घाटों पर अतिरिक्त सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. प्रशासन का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े.
बसंत पंचमी के अमृत स्नान के लिए विशेष इंतजाम
3 फरवरी को बसंत पंचमी के मौके पर होने वाले अमृत स्नान के लिए प्रशासन ने अलग-अलग घाटों पर विशेष व्यवस्था की है. स्नान घाटों पर भीड़ नियंत्रण के लिए नए तरीके अपनाए जाएंगे और हर श्रद्धालु के लिए सुरक्षित रास्ते बनाए जाएंगे. इसके अलावा, स्नान के समय होने वाली भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं को भी बढ़ाया जाएगा.
श्रद्धालुओं के लिए अहम बदलाव
इस बार महाकुंभ में श्रद्धालुओं को बेहतर और सुरक्षित अनुभव देने के लिए कई नई सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं. इनमें जलपान की व्यवस्था, चिकित्सा सहायता केंद्र, और शेड की सुविधाएं प्रमुख हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े.