10 जून को Google के CEO सुंदर पिचाई 53 साल के हो गए. चेन्नई के एक साधारण परिवार से निकलकर उन्होंने टेक जगत में इतिहास रचा. उनके माता-पिता ने उनकी शिक्षा के लिए सब कुछ दांव पर लगा दिया.
Credit: Social Media
कैसा रहा बचपन?
सुंदर के पिता रेगुनाथ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे, और मां लक्ष्मी स्टेनोग्राफर थीं. सुंदर और उनका भाई दो कमरों के छोटे से घर में पले-बढ़े. उनके पास न टीवी थी, न कार. पहला रोटरी फोन तब आया जब सुंदर 10 साल के थे.
Credit: Social Media
शिक्षा के लिए बड़ा बलिदान
सुंदर की प्रतिभा ने उन्हें IIT खड़गपुर तक पहुंचाया. इसके बाद स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला मिला. उनके पिता ने अमेरिका की फ्लाइट टिकट के लिए अपनी साल भर की कमाई खर्च की. स्टैनफोर्ड से मास्टर्स और व्हार्टन स्कूल से MBA करने के बाद सुंदर ने Google में कदम रखा.
Credit: Social Media
Google में शानदार करियर
2004 में सुंदर Google से जुड़े. उन्होंने Google टूलबार और Chrome जैसे प्रोजेक्ट्स पर काम किया. 2015 में वे Google के CEO बने. 2019 में उन्हें Alphabet का CEO बनाया गया.
Credit: Social Media
Google को नई ऊंचाई
उनकी नेतृत्व क्षमता ने Google को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया. Microsoft और Twitter ने भी उन्हें CEO पद की पेशकश की थी, लेकिन सुंदर Google के साथ रहे.
Credit: Social Media
AI और भविष्य की दृष्टि
सैन फ्रांसिस्को में ब्लूमबर्ग टेक कॉन्फ्रेंस में सुंदर ने AI के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि भविष्य के Google CEO के पास असाधारण AI साथी होगा. वे AI को मानव कर्मचारियों का पूरक मानते हैं, न कि प्रतिस्थापन.
Credit: Social Media
प्रेरणा का प्रतीक
सुंदर की कहानी मेहनत और विश्वास की मिसाल है. बचपन में उनकी संख्याओं की याददाश्त गजब थी. वे हर फोन नंबर याद रखते थे. तकनीक के प्रति उनका जुनून उन्हें Google तक ले गया.
Credit: Social Media
जन्मदिन की शुभकामनाएं
सुंदर पिचाई के 53वें जन्मदिन पर फैंस और सहकर्मी बधाई दे रहे हैं. उनकी उपलब्धियां भारत के लिए गर्व का विषय हैं. सोशल मीडिया पर लोग उनकी सादगी और नेतृत्व की तारीफ कर रहे हैं. सुंदर का यह जन्मदिन उनकी मेहनत और सपनों का उत्सव है.