बालिकाओं के लिए केंद्र सरकार की योजनाएं
1. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
घटते बाल लिंगानुपात को संबोधित करने और लड़कियों की शिक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए 2015 में शुरू किया गया था.
विशेषताएँ:
जन मीडिया अभियान, सामुदायिक लामबंदी और हितधारक सहयोग.
नामांकन को बढ़ावा देता है, छात्रवृत्ति प्रदान करता है, और स्कूलों को उन्नत करता है.
बाल विवाह और चयनात्मक गर्भपात जैसी लैंगिक बाधाओं से निपटना (पीसीपीएनडीटी अधिनियम के माध्यम से).
2. सुकन्या समृद्धि योजना
माता-पिता के लिए अपनी बालिकाओं की शिक्षा और विवाह को सुरक्षित करने हेतु एक बचत योजना.
विशेषताएँ:
10 वर्ष से कम आयु की बालिकाओं के लिए डाकघरों या अधिकृत बैंकों में खाते.
उच्च ब्याज दरें और आयकर लाभ.
न्यूनतम निवेश: 250 रुपये; अधिकतम: 1.5 लाख रुपये प्रतिवर्ष.
3. बालिका समृद्धि योजना
गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) जीवन यापन करने वाले परिवारों की बालिकाओं की सहायता के लिए 1997 में इसकी शुरुआत की गई.
विशेषताएँ:
जन्म के समय 500 रुपये और कक्षा 10 तक 300 रुपये से 1,000 रुपये प्रतिवर्ष तक की छात्रवृत्ति.
15 अगस्त 1997 के बाद जन्मे, स्कूल में नामांकित, तथा बीपीएल परिवार का हिस्सा.
4. सीबीएसई उड़ान छात्रवृत्ति कार्यक्रम
आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि की मेधावी लड़कियों को इंजीनियरिंग करने के लिए प्रोत्साहित करना.
विशेषताएँ:
सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों में कक्षा 11 के पीसीएम छात्रों के लिए.
निःशुल्क अध्ययन संसाधन, मार्गदर्शन और सहकर्मी-शिक्षण के अवसर.
5.माध्यमिक शिक्षा के लिए लड़कियों को प्रोत्साहन की राष्ट्रीय योजना
इसका लक्ष्य 14-18 वर्ष की अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति की बालिकाओं को माध्यमिक शिक्षा प्रदान करना है.
विशेषताएँ:
लड़की के नाम पर 3,000 रुपये की एफडी जमा की जा सकती है, जो 18 वर्ष की आयु में उपलब्ध होगी.
कक्षा आठवीं उत्तीर्ण की तथा राजकीय विद्यालय में कक्षा नौ में दाखिला लिया.
बालिकाओं के लिए राज्य सरकार की योजनाएं
1. मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना (बिहार)
गरीबी रेखा से नीचे की बालिकाओं के लिए एफडी में 2,000 रुपये जमा किए गए, जिन्हें 18 वर्ष की आयु में भुनाया जा सकता है.
2.लाडली लक्ष्मी योजना (मध्य प्रदेश)
बालिकाओं की शिक्षा एवं स्नातक स्तर की पढ़ाई के लिए 2,000 रुपये से 25,000 रुपये तक जमा.
3. दिल्ली लाडली योजना (दिल्ली)
आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बालिकाओं के लिए वित्तीय सहायता.
संस्थागत प्रसव के लिए 11,000 रुपए, घर पर प्रसव के लिए 10,000 रुपए तथा विभिन्न स्कूल स्तरों पर 5,000 रुपए तक की छात्रवृत्ति.
4. मुख्यमंत्री राजश्री योजना (राजस्थान)
जन्म से स्नातक तक 50,000 रुपये तक की वित्तीय सहायता.
5. माजी कन्या भाग्यश्री योजना (महाराष्ट्र)
7.5 लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाले परिवारों के लिए 5,000 रुपये से 25,000 रुपये तक की राशि जमा की जाती है.
6. तमिलनाडु मुख्यमंत्री बालिका संरक्षण योजना
एकल या दो लड़कियों वाले परिवारों के लिए 25,000-50,000 रुपये की एफडी, 18 वर्ष की आयु में भुनाई जा सकेगी.
7. नंदा देवी कन्या योजना (उत्तराखंड)
वर्ष 2009 के बाद जन्मी बीपीएल परिवारों की दो बालिकाओं के लिए 5,000 रुपये की एफडी जमा की जाएगी.