अंतिम संस्कार को लेकर भाइयों में विवाद, पिता के शव का आधा हिस्सा मांगा, जानिए पूरी खबर

मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में पिता के अंतिम संस्कार को लेकर दो भाइयों के बीच विवाद का एक बहुत ही विचित्र और पीड़ादायक मामला सामने आया है.पिता के अंतिम संस्कार को लेकर दो भाइयों के बीच विवाद हो गया और इसमें से एक भाई ने पिता के शव का आधा हिस्सा देने की मांग कर दी, जिससे पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी.

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Courtesy: Social Media

हाल ही में एक विचलित करने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक परिवार में अंतिम संस्कार को लेकर भाइयों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया. इस विवाद ने न केवल परिवार को बल्कि पूरे समुदाय को भी हैरान कर दिया है. मामला इस प्रकार है कि एक पिता का निधन हो गया और उनके दोनों बेटों के बीच अंतिम संस्कार को लेकर गंभीर मतभेद उत्पन्न हो गए.

विवाद का कारण

घटना उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव की है, जहां एक बुजुर्ग व्यक्ति का निधन हुआ था. अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू होते ही दोनों भाइयों में एक अजीब प्रकार का विवाद उभर आया. एक भाई ने पिता के शव का आधा हिस्सा मांगते हुए यह दावा किया कि उसे अपने हिस्से के रूप में मृतक का शरीर चाहिए. इस अनोखे और चौंकाने वाले दावे ने पूरे परिवार को परेशान कर दिया. 

समाज में हंगामा

यह घटना समाज में चर्चा का विषय बन गई है. परिवार के अन्य सदस्य, रिश्तेदार और गांव के लोग इस विवाद को लेकर हैरान हैं. समाज में यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या परिवार के भीतर ऐसा असहमति और विवाद होना उचित है, खासकर जब बात अंतिम संस्कार की हो. इस तरह के विवादों ने पारंपरिक भारतीय परिवारों में एक नई चिंता को जन्म दिया है, जहाँ परिवार की प्रतिष्ठा और शांति को लेकर असहमति उत्पन्न होती है.

परिवार का पक्ष

पिता के निधन के बाद परिवार के कुछ सदस्य इस विवाद को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं. एक परिवार का सदस्य ने मीडिया से कहा, "यह तो समझ से बाहर है कि एक भाई दूसरे भाई से इस तरह का अधिकार जताता है. हम सभी को एक साथ आकर इस दुखद घड़ी में एकजुट होने की आवश्यकता है, न कि इस तरह की विवादित मांगों में फंसने की."

पुलिस की कार्रवाई

इस गंभीर विवाद को लेकर पुलिस ने हस्तक्षेप किया है और मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, अगर यह विवाद और बढ़ता है तो कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है. अभी तक मामले का कोई ठोस समाधान नहीं निकला है, लेकिन पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है.

यह विवाद न केवल एक परिवार के भीतर की दरार को उजागर करता है, बल्कि समाज में ऐसे परिवारिक विवादों के बढ़ते मामलों को भी रेखांकित करता है. पारिवारिक बंधनों और संस्कारों को बनाए रखने की बजाय, ऐसे विवादों से समाज में न केवल परिवार की प्रतिष्ठा पर असर पड़ता है, बल्कि यह समाज में विश्वास और एकता को भी कमजोर करता है. उम्मीद है कि यह विवाद जल्द सुलझे और परिवार के सदस्य आपसी समझदारी से इस स्थिति का समाधान निकालें.