25 दिसंबर 2025 को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती मनाई जा रही है. यह दिन सुशासन दिवस के रूप में भी जाना जाता है.
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तीन बार प्रधानमंत्री
ग्वालियर में 1924 में जन्मे अटल जी ने तीन बार प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा की. उनका निधन 2018 में हुआ, लेकिन उनकी विरासत आज भी प्रेरणा देती है.
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छह विभिन्न लोकसभा सीट
अटल जी भारतीय राजनीति के इकलौते नेता हैं जिन्होंने चार राज्यों की छह विभिन्न लोकसभा सीटों से चुनाव जीता था.
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पहली बार सांसद
1957 में उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से पहली बार सांसद बने. बाद में ग्वालियर, नई दिल्ली, विदिशा, लखनऊ और गांधीनगर से भी जीते.
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राज्यसभा में दो बार जीते
लखनऊ से वे लगातार पांच बार विजयी रहे, राज्यसभा में भी दो बार चुने गए.
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पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि अटल जी को जयंती पर श्रद्धांजलि. वे उत्कृष्ट वक्ता और कवि थे. उनका नेतृत्व राष्ट्र विकास का मार्गदर्शक रहेगा.
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राष्ट्र प्रेरणा स्थल
पीएम मोदी ने लखनऊ में 230 करोड़ रुपये की लागत से बने राष्ट्र प्रेरणा स्थल का उद्घाटन किया.
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जीवन यात्रा
65 एकड़ में फैला यह परिसर अटल जी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और दीनदयाल उपाध्याय को समर्पित है. यहां 65 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमाएं और कमल आकार का आधुनिक संग्रहालय है, जो उनकी जीवन यात्रा दर्शाता है.
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गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री
अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत को नई दिशा दी. पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री के रूप में पूरे कार्यकाल पूरा किया. उनकी कविताएं, भाषण और निर्णय आज भी युवाओं को प्रेरित करते हैं. सुशासन दिवस पर देश उन्हें याद करता है.