चंडीगढ़: पंजाब में भगवंत मान सरकार भ्रष्टाचार और लापरवाही के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है. इसका ताजा उदाहरण भीखी क्षेत्र में देखने को मिला, जहाँ मुख्यमंत्री फ्लाइंग स्क्वाड ने अचानक छापेमारी की और घटिया निर्माण कार्य पकड़ा.
सोमवार को CM फ्लाइंग स्क्वाड की टीम ने भीखी के मखा चहल स्पेशल कनेक्शन रोड पर मार्केट कमेटी के तहत बन रही सड़क का निरीक्षण किया. बिना किसी पूर्व सूचना के पहुँची टीम को सड़क में गंभीर खामियाँ मिलीं. सड़क की सतह पर दरारें, कमजोर सामग्री का इस्तेमाल और निर्माण में भारी लापरवाही साफ दिखाई दी.
मौके पर ही सख्त कदम उठाते हुए पंजाब मंडी बोर्ड के जूनियर इंजीनियर गुरप्रीत सिंह को तुरंत नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया. साथ ही सब-डिविजनल ऑफिसर (SDO) चमकौर सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया और उनके सभी चल रहे काम तत्काल प्रभाव से वापस ले लिए गए.
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने खुद इस विशेष टीम का गठन किया था. इसमें मंडी बोर्ड और पीडब्ल्यूडी के सीनियर इंजीनियर शामिल हैं. यह टीम पूरे पंजाब में कभी भी कहीं भी पहुँचकर ग्रामीण सड़कों के काम की जाँच करती है. इसका मकसद सिर्फ एक है जनता का पैसा बर्बाद न हो और हर सड़क मजबूत बने.
मान सरकार ने 19,491 किलोमीटर से ज्यादा ग्रामीण सड़कों को नया बनाने और ठीक करने का ऐतिहासिक फैसला लिया है. इसके लिए 4,150 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए जा रहे हैं. खास बात यह है कि ठेकेदारों को पाँच साल तक इन सड़कों का मेंटेनेंस भी खुद करना होगा. पंजाब में ऐसा पहली बार हो रहा है.
भीखी की इस कार्रवाई से साफ संदेश गया है कि अब लापरवाही या घपला करने वालों की खैर नहीं. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि गाँव की सड़कें किसानों की जीवनरेखा हैं. इन पर एक भी रुपए की बर्बादी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
सरकार ने साफ कर दिया है कि घटिया काम मिलने पर ठेकेदार से पूरा पैसा वसूला जाएगा. दोषी ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा. हर काम की थर्ड पार्टी ऑडिट होगी.
अच्छी सड़कें बनने से किसानों को फसल मंडी तक पहुँचाने में आसानी होगी. समय बचेगा, डीजल-पेट्रोल बचेगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई ताकत मिलेगी. यह सब “नवा पंजाब” बनाने की दिशा में मजबूत कदम है.