पाकिस्तानी आतंकी कैंपों और POJK ठिकानों में क्या है अंतर?

2025-05-08T11:55:00+05:30

ऑपरेशन सिंदूर

भारतीय सेना ने बुधावर के तड़के पाकिस्तान और POJK के नौ आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत हमला किया.

Credit: Social Media

पहलगाम आतंकी हमले का जवाब

भारत द्वारा यह हमला पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में किया गया था, जिसमें 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की हत्या की गई थी.

Credit: Social Media

दोनों में क्या है अंतर?

अब ऐसे में सवाल उठता है कि पाकिस्तान के आतंकी कैंपों और पीओजेके के आतंकी ठिकानों में क्या अंतर है?

Credit: Social Media

दोनो ठिकानों को क्यों बनाया निशाना

आज हम आपको बतातें है कि इन दोंनों में क्या फर्क है? और भारतीय सेना ने दोनो ठिकानों को निशाना क्यों बनाया?

Credit: Social Media

पाकिस्तानी आतंकी कैंप

पाकिस्तानी आतंकी कैंपों काफी बड़े और सभी सुविधाओं से लैस होते हैं. जहां रहने से लेकर खाने-पीने और सभी तरह की सुविधा होती है.

Credit: Social Media

आतंकवादी बनने की तैयारी

यहां 10 से 12 साल के बच्चे को लाकर उनका माइंड वॉस किया जाता है और यहां उन्हें आतंकवादी बनने की तैयारी दी जाती है.

Credit: Social Media

शारीरिक और मानसिक ट्रेनिंग

इन ठिकानों पर सभी बच्चों 6 से 7 साल तक शारीरिक और मानसिक ट्रेनिंग लेते हैं और फिर पूरी तरह से तैयार होते हैं.

Credit: Social Media

लाइन ऑफ एवयुल कंट्रोल

इसके बाद उन युवा आतंकवादियों को POJK लाया जाता है, जो की लाइन ऑफ एवयुल कंट्रोल के पास होता है.

Credit: Social Media

घुसपैठ और सर्वाइवल ट्रेनिंग

यहां उन्हें 2 से 4 महीने की ट्रेनिंग दी जाती है. जिसमें घुसपैठ और सर्वाइवल सिखाया जाता है. जंगल, पानी और पहाड़ों पर ट्रेनिंग लेने के बाद ये आतंकी फिर हमला के लिए पूरी तरह तैयार होते हैं.

Credit: Social Media
More Stories